एक एएनएम स्टाफ के सहारे चल रही कलसाडा पीएचसी
city24news@रोबिन माथुर
हथीन| सहरावत पाल के गांव कलसाडा में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र केवल एक एएनएम स्टाफ के सहारे चल रहा है। मंगलवार को इंडियन नेशनल लोकदल के वरिष्ठ नेता चौधरी तैय्यब हुसैन भीमसीका ने ग्रामीणों के साथ इसका निरीक्षण किया। जहां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर एएनएम सहित एक अन्य स्टाफ मौजूद मिला और डॉक्टरों सहित अन्य स्टाफ नदारद मिला।एक डॉक्टर जिसकी ड्यूटी हथीन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर लगाई हुई थी वह करीब दो घन्टे की देरी से आनन-फानन में केंद्र पर पहुंची और जिस डॉक्टर की ड्यूटी थी वह छुट्टी पर थीं। ऐसे में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर आपातकाल सेवा के लिए भी कोई डॉक्टर नहीं था।
उन्होंने बताया कि यहां पर न जरूरी दवाईयां मिल रही हैं और बिजली की 24 घण्टे आपूर्ति के लिए जनरेटर की सुविधा नहीं है। पेयजल व्यवस्था सुचारू नही है और चारदीवारी का कार्य भी अधूरा है। पीएचसी पर 24 घन्टे डिलीवरी की सुविधा भी नहीं है। तैय्यब हुसैन ने बताया कि हैरत की बात तो यह है कि जब बिल्डिंग शुरू नहीं हुई थी तो यहां एम्बुलेंस की सेवा थी। लेकिन जैसे ही बिल्डिंग का उद्घाटन हुआ तो एम्बुलेंस को कलसाडा पीएचसी से पलवल अस्पताल भेज दिया गया।सवाल यह उठता है कि जब जरूरी स्वास्थ्य सेवाएं ही ग्रामीणों को नहीं मिल पा रही हैं तो ऐसे में क्या ही महत्व इस भवन का रह जाता है। ग्रामीणों को अभी भी हथीन और पलवल के अस्पतालों का रुख करने को विवश होना पड़ रहा है। जानकारी के मुताबिक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कलसाडा पर विभाग द्वारा दो डॉक्टर, एक डाटा एंट्री ऑपरेटर, दो स्टाफ नर्स, दो स्वीपर, दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, दो सिक्योरिटी गार्ड सहित अन्य स्टाफ के आदेश हैं।इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीन गांव कलसाड़ा, हथीन बास, भमरौला जोगी, रींडका, दुर्गापुर, रायपुर, रजपुरा, जोधपुर, टीकरी ब्राह्मण, अहरवां, जलालपुर, धामाका, नंगली, भंगूरी, ममोलाका, मलोखडा, सापनकी, बिचपुरी, फिरोजपुर राजपूत और गढ़ी विनोदा आते हैं।बता दें कि लगभग तीन करोड़ 73 लाख रूपये की लागत से इस बिल्डिंग का निर्माण हुआ था और सीएम मनोहर लाल ने चार सितंबर 2022 को ऑनलाइन माध्यम से उद्घाटन किया था।