आंगनवाड़ी व आशा वर्कर्स के लिए एडीआर केंद्र में विधिक जागरुकता कार्यशाला आयोजित
-बाल विवाह, कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न व नशा मुक्ति पर दी गई विस्तृत जानकारी
City24News/अनिल मोहनिया
नूंह | जिला एवं सत्र न्यायाधीश व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष डॉ. सुशील कुमार गर्ग व प्राधिकरण की सचिव एवं सीजेएम नेहा गुप्ता की देखरेख में शुक्रवार को एडीआर केंद्र में विधिक जागरुकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं एवं आशा वर्कर्स को बाल विवाह, कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न तथा नशा मुक्ति जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से जानकारी दी गई। सीजेएम नेहा गुप्ता व शक्ति वाहिनी, एनजीओ से मंजू लता सिंह व सुरेंदर रावत ने मुख्य वक्ता के रूप में कार्यशाला में भाग लिया। वक्ताओं ने जमीनी स्तर पर कार्यरत कर्मियों को विभिन्न कानूनों की जानकारी सरल एवं व्यावहारिक भाषा में दी, ताकि वे अपने कार्यक्षेत्र में इनका प्रभावी ढंग से उपयोग कर समाज में जागरूकता फैला सकें। कार्यशाला में कुल 60 प्रतिभागियों ने भाग लिया। सत्र के दौरान बाल विवाह निषेध अधिनियम, कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न से संबंधित कानून तथा नशा मुक्ति से जुड़े कानूनी प्रावधानों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। साथ ही प्रतिभागियों द्वारा पूछे गए प्रश्नों और शंकाओं का समाधान भी किया गया।
कार्यक्रम के अंत में प्रतिभागियों ने इस प्रकार की विधिक जागरूकता कार्यशालाओं को समाज के लिए अत्यंत उपयोगी बताते हुए भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रमों के नियमित आयोजन की आवश्यकता पर जोर दिया।
