आंगनवाड़ी वर्कर्स एवं हैलपर्स ने सीएम के नाम सौंपा ज्ञापन
मांगों की अनदेखी से नाराज़ सैकड़ों आंगनवाड़ी वर्कर्स एवं हैलपर्स ने सीएम के नाम सौंपा ज्ञापन
city24news@रोबिन माथुर
हथीन | अपनी मांगों की अनदेखी से नाराज़ जिले की सैकड़ों आंगनवाड़ी वर्कर्स एवं हैलपर्स ने जिला उपायुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन करते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया। प्रदर्शन से पहले आंगनवाड़ी की कार्यकर्ताओं ने कार्यालय परिसर में स्थित मन्दिर पर इकट्ठे होकर आम सभा का आयोजन किया गया। आंगनवाड़ी वर्कर्स एवं हैल्पर्स यूनियन की ज़िला प्रधान उर्मिला रावत की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम का संचालन जिला सचिव कृष्णा ने किया। प्रदर्शन में उपस्थित वर्कर्स व हैल्पर्स ने सर्वसम्मति से फैसला किया कि विभाग व सरकार ने फिर भी आंगनवाड़ी कर्मियों की मांगों का निपटारा नहीं किया तो निर्णायक आन्दोलन किया जाएगा। किसान नेता डॉ रघुबीरसिंह, रुपराम तेवतिया व आशा वर्कर यूनियन की ज़िला सचिव बबली सैनी तथा सीआईटीयू के नेता रमेशचन्द ने प्रदर्शन में शामिल होकर आंगनवाड़ी वर्करों व हैल्परों की मांगों का समर्थन करते हुए सरकार से अपने ही समझौते को जल्द लागू करने की मांग की।
प्रदर्शन में बोलते हुए यूनियन की ज़िला प्रधान उर्मिला रावत व सीआईटीयू के नेता रमेशचन्द ने बताया कि प्रदेश की आंगनवाड़ी वर्कर्स और हैल्पर्स पिछले काफी लंबे समय से आंदोलनरत हैं लेकिन सरकार व विभाग द्वारा उनकी मांगों की लगातार अनदेखी की जा रही है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 में प्रधानमंत्री द्वारा आंगनवाड़ी वर्कर्स व हैल्पर्स के मानदेय में क्रमशः 1500 और 750 की बढ़ोतरी की घोषणा की गई थी लेकिन पांच साल बीत जाने पर भी उसे लागू नहीं किया गया है। महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों द्वारा आंगनवाड़ी वर्कर्स पर ऑन लाइन काम का लगातार दवाब बनाया जा रहा है जबकि ऑनलाइन काम के लिए ना तो मोबाईल उपलब्ध कराए जा रहे हैं और ना ही किसी प्रकार की ट्रेनिंग दी जा रही है। आंगनवाड़ी वर्कर्स से पोषण ट्रैकर का काम व्यक्तिगत मोबाईल से करने का दवाब दिया जा रहा है। विभाग के अधिकारियों ने पीएमएमवीवाई के फ़ॉर्मो को भी आंगनवाड़ी वर्कर्स की व्यक्तिगत आईडी से भरने का आदेश जारी किया गया है जिसके कारण लाभार्थी व वर्कर्स के बीच कई जगह टकराव की स्थिति पैदा हो रही है।ऑनलाइन काम ना होने के बहाने से वर्कर्स को कारण बताओ नोटिस जारी किए जा रहे हैं।जबकि आंगनवाड़ी केंद्रों का किराया व वर्दी भत्ता लम्बे समय से रुका हुआ है जिसके लिए विभाग द्वारा कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई है। यूनियन नेताओं ने मांग की कि आंगनवाड़ी केंद्रों पर इस्तेमाल होने वाली स्टेशनरी व राशन बनाने के लिए सिलेंडर तथा केंद्रों पर पीने के लिए पानी व बिजली की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने मांग की कि सरकार द्वारा किए समझौते के अनुसार हड़ताल की अवधि के रुके हुए मानदेय का भुगतान किया जाए। यूनियन नेताओं ने आंगनवाड़ी कर्मियों को लम्बे व निर्णायक आन्दोलन के लिए तैयारी करने का आह्वान किया। आज की कन्वैन्शन में यूनियन नेता शशिबाला, पुष्पा, योगेश, महेश, सुनीता, परसन्दी, विमलेश फौजदार, श्यामबती, रजनी, ऊषाकुमारी, रामबती, विमलेश चौहान व रेखा ने भी अपने विचार व्यक्त किए।