अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति और आत्म-नियंत्रण कर नशे से छुटकारा पा सकते है नशा ग्रस्त युवा
city24news@ऋषि भारद्वाज
पलवल | जिला पुलिस द्वारा जहां नशा तस्करों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जा रही है, वहीं जागरुकता कार्यक्रमों के तहत गांव-गांव में पुलिस अधिकारी जाकर युवाओं को खेल गतिविधियों से जोड़कर उन्हें नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। जिसके काफी सार्थक परिणाम सामने आ रहे है। नशे के खिलाफ चलाई जा रही इस मुहिम के तहत युवाओं से आह्वान करते हुए पुलिस अधीक्षक डॉ अंशु सिंगला ने कहा है कि युवा नशे से दूर रह कर शिक्षा व खेल कूद की गतिविधियों में अपनी ऊर्जा लगाएं। उन्होंने कहा कि नशे से ग्रस्त युवा अपनी दृड़ इच्छाशक्ति और आत्म- नियंत्रण कर नशे से छुटकारा पा सकतें है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि अगर किसी वजह से युवा गलत संगत का शिकार होकर नशे की दल-दल में फस गया है, तो वह इस बारे पुलिस प्रशासन को सूचित करें, ताकि स्थानीय प्रशासन के सहयोग से उसका ईलाज करवाकर समाज की मुख्यधारा में शामिल किया जा सके। उन्होंने कहा कि नशे की लत बहुत बुरी चीज है, यह खुद को तो नुकसान पहुंचाती है, साथ ही परिवार और करीबियों को भी बहुत परेशान करती है। पुलिस अधीक्षक ने नशे से ग्रस्त युवाओं से कहा कि नशा छोड़ने में सबसे बड़ी भूमिका मजबूत इरादों का होना अंत्यत जरुरी है। उन्होंने कहा कि अगर मन में ठान लिया कि अब दोबारा नशे को हाथ नहीं लगाना है, तो पहले मन में आत्मविश्वास बढ़ाएं फिर खुद पर भरोसा करना शुरु करें । पुलिस अधीक्षक ने कहा कि नशा छोड़ने में घर वालों का सपोर्ट भी काफी सहायक सिद्ध होता है, इसलिए नशा ग्रस्त युवकों को नशा छुड़वाने में उनके घर वाले अहम भूमिका निभाएं तथा उन्हें दोबारा गलत संगत का शिकार न होने दें। पुलिस अधीक्षक डॉ अंशु सिंगला ने बताया कि नशा छोड़ने की प्रक्रिया के दौरान युवा अपनी फिजिकल हेल्थ का ख्याल रखें तथा संतुलित डाइट के साथ साथ एक्सरसाइज तथा खेलों को अपनी दिनचर्या में अवश्य शामिल करें। उन्होंने बताया कि नशा छोड़ने के लिए या नशे से अपने आपको मुक्त करने के लिए किसी डॉक्टर या काउंसिलर की मदद जरूर लेनी चाहिए जिससे नशे से छुटकारा पाने में काफी मदद मिलेगी ।